भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"लेकिन कहाँ है जवाब? / गिरधर राठी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो (लेकिन कहाँ है जवाब? / गिरिधर राठी का नाम बदलकर लेकिन कहाँ है जवाब? / गिरधर राठी कर दिया गया है)
 
(कोई अंतर नहीं)

02:33, 24 जून 2009 के समय का अवतरण

बातें बेलाग हैं

सवाल दो-टूक--

कटे हुए जंगल
जलती हुई औरतें
ख़ाक छानते बच्चे
लुरियाते जवाँ-मर्द...


रंग हैं पहचाने

रौशनी अधुंधली--

भीनी-भीनी जूठन की पत्तलें
लपकते इंसान
चुंधियाती आँखें
और कुछ प्रवाल-द्वीप...


(और एक ऎसी ही लम्बी फ़ेहरिस्त

छटाएँ गहरी हल्की रंगारंग बदरंग

जटिलतम गुत्थियाँ

सरल-कठिन रेशे)


लेकिन कहाँ है जवाब?