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[[Category:गज़ल]]
उस शाम वो रुख़सत का समा समाँ याद रहेगा<br>वो शहर, वो कूचा, वो मुकाम मकाँ याद रहेगा<br><br>
वो टीस कि उभरी थी इधर याद रहेगा<br>
वो दर्द कि उठा था यहाँ याद रहेगा<br><br>
हाँ बज़्मे-शबाँ में हमशौक हमशौक़ जो उस दिन<br>
हम तेरी जानिब निग्रा याद रहेगा<br><br>