भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कुछ और गुलाब / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
* [[आँखें भरी-भरी मेरी कुछ और नहीं है]]
 
* [[आँखें भरी-भरी मेरी कुछ और नहीं है]]
 
* [[आँखों-आँखों मुस्कुराना खूब है! ]]
 
* [[आँखों-आँखों मुस्कुराना खूब है! ]]
* [[आओ कुछ देर गले लग लें ठहर के / गुलाब खंडेलवाल]]
+
* [[आओ कुछ देर गले लग लें ठहर के ]]
 
* [[आईने में जब उसने अपना चाँद-सा मुखड़ा देखा होगा ]]
 
* [[आईने में जब उसने अपना चाँद-सा मुखड़ा देखा होगा ]]
 
* [[आपने ज़िन्दगी न दी होती]]
 
* [[आपने ज़िन्दगी न दी होती]]

11:22, 18 जुलाई 2009 का अवतरण