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"चिट्ठियाँ तारन्ता बाबू के नाम-11 / नाज़िम हिक़मत" के अवतरणों में अंतर

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आज रात
 
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इल ड्यूस ने
 
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धूसर घोड़े पर सवार हो
 
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भाषण दिया
 
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::पाँच सौ पायलटों के सामने ।
 
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कल  
 
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:वे उड़ेंगे अफ़्रीका की ओर
 
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लेकिन वह ख़ुद
 
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इस वक़्त खा रहा है मैकारोनी
 
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अपने विशाल महल में
  
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'''मैकारोनी=एक इतालवी पकवान
  
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''' अंग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त'''
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01:21, 21 जुलाई 2009 के समय का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: नाज़िम हिक़मत  » संग्रह: चलते फ़िरते ढेले उपजाऊ मिट्टी के
»  चिट्ठियाँ तारन्ता बाबू के नाम-11

आज रात
इल ड्यूस ने
धूसर घोड़े पर सवार हो
भाषण दिया
पाँच सौ पायलटों के सामने ।
कल
वे उड़ेंगे अफ़्रीका की ओर
लेकिन वह ख़ुद
इस वक़्त खा रहा है मैकारोनी
अपने विशाल महल में


मैकारोनी=एक इतालवी पकवान

अंग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त