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"तुम मेरी विधवा आठ बरस से-2 / नाज़िम हिक़मत" के अवतरणों में अंतर

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उन्होंने हमें धर पकड़ा
 
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डाल दिया कारागार में
 
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:मुझे भीतर दीवारों के
 
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:तुम्हें उनके बाहर ।
 
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मेरी हालत उतनी बुरी नहीं है
 
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उससे कहीं ज़्यादा ख़राब बात है
 
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ढोना अपने भीतर कारागार को
 
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ज़्यादातर लोग यही करते हैं आजकल
 
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''' अंग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त'''
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01:26, 21 जुलाई 2009 के समय का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: नाज़िम हिक़मत  » संग्रह: चलते फ़िरते ढेले उपजाऊ मिट्टी के
»  तुम मेरी विधवा आठ बरस से-2

उन्होंने हमें धर पकड़ा
डाल दिया कारागार में
मुझे भीतर दीवारों के
तुम्हें उनके बाहर ।
मेरी हालत उतनी बुरी नहीं है

उससे कहीं ज़्यादा ख़राब बात है
जाने या अनजाने
ढोना अपने भीतर कारागार को
ज़्यादातर लोग यही करते हैं आजकल
ईमानदार, मेहनती, भले लोग
और वे भी उतने ही हक़दार हैं प्यार के
जितनी तुम ।


अंग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त