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"समा गए मेरी नज़रों में छा गए दिल पर / असग़र गोण्डवी" के अवतरणों में अंतर

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23:11, 24 जुलाई 2009 के समय का अवतरण

 

समा गए मेरी नज़रों में छा गए दिल पर।
ख़याल करता हूँ, उनको कि देखता हूँ मैं॥

न कोई नाम है मेरा न कोई सूरत है।
कुछ इस तरह हमातनदीद हो गया हूं मैं॥

न कामयाब हुआ और न रह गया महरूम।
बडा़ ग़ज़ब है कि मंज़िल पै खो गया हूँ मैं॥