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"अगर आप दिल से हमारे न होते / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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यों नज़रों से इतने इशारे न होते | यों नज़रों से इतने इशारे न होते | ||
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नहीं प्यार होता जो उनको किसी से | नहीं प्यार होता जो उनको किसी से | ||
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तो आँचल में ये चाँद-तारे न होते | तो आँचल में ये चाँद-तारे न होते | ||
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बहुत शोर था उनकी दरियादिली का | बहुत शोर था उनकी दरियादिली का | ||
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हमें देखकर यों किनारे न होते | हमें देखकर यों किनारे न होते | ||
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कहाँ से ग़ज़ल प्यार की यह उतरती | कहाँ से ग़ज़ल प्यार की यह उतरती | ||
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जो हम उन निगाहों के मारे न होते | जो हम उन निगाहों के मारे न होते | ||
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गुलाब! आप खिलते जो राहों में उनकी | गुलाब! आप खिलते जो राहों में उनकी | ||
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तो ऐसे कभी बेसहारे न होते | तो ऐसे कभी बेसहारे न होते | ||
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08:10, 6 अगस्त 2009 का अवतरण
अगर आप दिल से हमारे न होते
यों नज़रों से इतने इशारे न होते
नहीं प्यार होता जो उनको किसी से
तो आँचल में ये चाँद-तारे न होते
बहुत शोर था उनकी दरियादिली का
हमें देखकर यों किनारे न होते
कहाँ से ग़ज़ल प्यार की यह उतरती
जो हम उन निगाहों के मारे न होते
गुलाब! आप खिलते जो राहों में उनकी
तो ऐसे कभी बेसहारे न होते