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"फागुन के दोहे / पूर्णिमा वर्मन" के अवतरणों में अंतर

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00:12, 11 सितम्बर 2009 का अवतरण

ऎसी दौडी़ फ़गुनाहट ढ़ाणी चौक फलाँग
फागुन आया खेत में गये पडो़सी जान

आम बौराया आँगना कोयल चढ़ी अटार
चंग द्वार दे दादर मौसम हुआ बहार