भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अब वे मेरे गान कहाँ हैं / हरिवंशराय बच्चन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
छो (i have made changed in this peom) |
Pratishtha (चर्चा | योगदान) (Undo revision 17693 by Abhaysarnot (talk)) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
लेखक: [[हरिवंशराय बच्चन]] | लेखक: [[हरिवंशराय बच्चन]] | ||
− | [[Category: | + | [[Category:कविताएँ]] |
− | [[Category: | + | [[Category:हरिवंशराय बच्चन]] |
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~ | ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~ | ||
टूट गई मरकत की प्याली,<br> | टूट गई मरकत की प्याली,<br> | ||
− | लुप्त हुई | + | लुप्त हुई मदिरा की लाली,<br> |
मेरा व्याकुल मन बहलानेवाले अब सामान कहाँ हैं!<br> | मेरा व्याकुल मन बहलानेवाले अब सामान कहाँ हैं!<br> | ||
अब वे मेरे गान कहाँ हैं!<br><br> | अब वे मेरे गान कहाँ हैं!<br><br> | ||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
जगती के नीरस मरुथल पर,<br> | जगती के नीरस मरुथल पर,<br> | ||
हँसता था मैं जिनके बल पर,<br> | हँसता था मैं जिनके बल पर,<br> | ||
− | + | चिर वसंत-सेवित सपनों के मेरे वे उद्यान कहा हैं!<br> | |
अब वे मेरे गान कहाँ हैं!<br><br> | अब वे मेरे गान कहाँ हैं!<br><br> | ||
− | + | किस पर अपना प्यार चढाऊँ?<br> | |
यौवन का उद्गार चढाऊँ?<br> | यौवन का उद्गार चढाऊँ?<br> | ||
मेरी पूजा को सह लेने वाले वे पाषाण कहाँ है!<br> | मेरी पूजा को सह लेने वाले वे पाषाण कहाँ है!<br> | ||
अब वे मेरे गान कहाँ हैं!<br><br> | अब वे मेरे गान कहाँ हैं!<br><br> |
18:54, 1 फ़रवरी 2008 का अवतरण
लेखक: हरिवंशराय बच्चन
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
टूट गई मरकत की प्याली,
लुप्त हुई मदिरा की लाली,
मेरा व्याकुल मन बहलानेवाले अब सामान कहाँ हैं!
अब वे मेरे गान कहाँ हैं!
जगती के नीरस मरुथल पर,
हँसता था मैं जिनके बल पर,
चिर वसंत-सेवित सपनों के मेरे वे उद्यान कहा हैं!
अब वे मेरे गान कहाँ हैं!
किस पर अपना प्यार चढाऊँ?
यौवन का उद्गार चढाऊँ?
मेरी पूजा को सह लेने वाले वे पाषाण कहाँ है!
अब वे मेरे गान कहाँ हैं!