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"किसके लिए? किसके लिए? / हरिवंशराय बच्चन" के अवतरणों में अंतर
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जग जो मुझे अभिशाप दे, | जग जो मुझे अभिशाप दे, | ||
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किसके लिए? किसके लिए? | किसके लिए? किसके लिए? |
13:31, 27 सितम्बर 2009 का अवतरण
किसके लिए? किसके लिए?
जीवन मुझे जो ताप दे,
जग जो मुझे अभिशाप दे,
जो काल भी संताप दे, उसको सदा सहता रहूँ,
किसके लिए? किसके लिए?
चाहे सुने कोई नहीं,
हो प्रतिध्वनित न कभी कहीं,
पर नित्य अपने गीत में निज वेदना कहता रहूँ,
किसके लिए? किसके लिए?
क्यों पूछता दिनकर नहीं,
क्यों पूछता गिरिवर नहीं,
क्यों पूछता निर्झर नहीं,
मेरी तरह, चलता रहूँ, गलता रहूँ, बहता रहूँ
किसके लिए? किसके लिए?