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"जन्म दिन फिर आ रहा है / हरिवंशराय बच्चन" के अवतरणों में अंतर
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जन्म दिन फिर आ रहा है! | जन्म दिन फिर आ रहा है! |
14:16, 28 सितम्बर 2009 के समय का अवतरण
जन्म दिन फिर आ रहा है!
हूँ नहीं वह काल भूला,
जब खुशी के साथ फूला
सोचता था जन्मदिन उपहार नूतन ला रहा है!
जन्म दिन फिर आ रहा है!
वर्षदिन फिर शोक लाया,
सोच दृग में नीर छाया,
बढ़ रहा हूँ-भ्रम मुझे कटु काल खाता जा रहा है!
जन्म दिन फिर आ रहा है!
वर्षगाँठों पर मुदित मन,
मैं पुनः पर अन्य कारण-
दुखद जीवन का निकटतर अंत आता जा रहा है!
जन्म दिन फिर आ रहा है!