भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आस्था-1 / राजीव रंजन प्रसाद" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: '''आस्था - 1'''<br /> मुझे गहरी आस्था है तुम पर<br /> पत्थर को सिर झुका कर<br /> मै...)
(कोई अंतर नहीं)

06:49, 30 सितम्बर 2009 का अवतरण

आस्था - 1

मुझे गहरी आस्था है तुम पर
पत्थर को सिर झुका कर
मैने ही देवत्व दिया था
फिर
तुम तो मेरा ही दिल हो..