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शिवप्रसाद जोशीः
टिहरी गढ़वाल के बहुत दूरदराज के गांव गाँव जाख में 3 अगस्त को जन्मे शिवप्रसाद जोशी पेशे से पत्रकार हैं। अधिकतर समय टीवी और रेडियो माध्यमों में, समाज, राजनीति और संस्कृति के राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर नियमित लेखन। जीटीवी जी०टी०वी० के आउटपुट हेड, बीआईटीवी बी०आई०टी०वी० में पांच पाँच साल काम किया। सहारा समय के उत्तरप्रदेश उत्तराखंड चैनल में बतौर ब्यूरो प्रमुख भी काम किया। पिछले चार साल से काम। जर्मनी में रेडियो डायचे वेले के बॉन दफ़्तर में हिंदी सेवा में संपादक। डॉयचे वेले में पहले नवंबर 2006 से मार्च 2008 तक रहे। फिर जनवरी 2009 में दोबारा शामिल हुए। बी०बी०सी० वर्ल्ड सर्विस के लिए उत्तराखंड से ढाई वर्ष तक प्रतिनिधि संवाददाता भी रहे। देहरादून और दिल्ली मे शिक्षा। साहित्य जगत में हाल के वर्षों में साहित्य पत्रिका 'पहल ' में प्रकाशित कई गंभीर आलेखों से साहित्य जगत में ख़ास पहचान मिली। पहली बार कविताएं छपी कविताएँ 1994 में।में छपीं।
प्रमुख कृति : नो वन राइट्स टू कर्नल (मार्केज़ की लंबी कहानी का अंग्रेज़ी से अनुवाद),