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"वो शाम को घर लौट के आएँगे तो फिर / जाँ निसार अख़्तर" के अवतरणों में अंतर

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13:10, 19 अक्टूबर 2009 का अवतरण

वो शाम को घर लौट के आएँगे तो फिर
चाहेंगे कि सब भूल कर उनमें खो जाऊँ

जब उन्हें जागना है मैं भी जागूँ
जब नींद उन्हें आये तो मैं भी सो जाऊँ