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"यह तुम थीं / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर
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कर गई चाक | कर गई चाक | ||
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तिमिर का सीना | तिमिर का सीना | ||
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जोत की फाँक | जोत की फाँक | ||
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यह तुम थीं | यह तुम थीं | ||
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सिकुड़ गई रग-रग | सिकुड़ गई रग-रग | ||
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झुलस गया अंग-अंग | झुलस गया अंग-अंग | ||
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बनाकर ठूँठ छोड़ गया पतझार | बनाकर ठूँठ छोड़ गया पतझार | ||
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उलंग असगुन-सा खड़ा रहा कचनार | उलंग असगुन-सा खड़ा रहा कचनार | ||
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अचानक उमगी डालों की सन्धि में | अचानक उमगी डालों की सन्धि में | ||
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छरहरी टहनी | छरहरी टहनी | ||
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पोर-पोर में गसे थे टूसे | पोर-पोर में गसे थे टूसे | ||
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यह तुम थीं | यह तुम थीं | ||
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झुका रहा डालें फैलाकर | झुका रहा डालें फैलाकर | ||
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कगार पर खड़ा कोढ़ी गूलर | कगार पर खड़ा कोढ़ी गूलर | ||
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ऊपर उठ आई भादों की तलैया | ऊपर उठ आई भादों की तलैया | ||
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जुड़ा गया बौने की छाल का रेशा-रेशा | जुड़ा गया बौने की छाल का रेशा-रेशा | ||
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यह तुम थीं ! | यह तुम थीं ! | ||
− | 1957 में रचित | + | '''1957 में रचित |
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12:34, 25 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण
कर गई चाक
तिमिर का सीना
जोत की फाँक
यह तुम थीं
सिकुड़ गई रग-रग
झुलस गया अंग-अंग
बनाकर ठूँठ छोड़ गया पतझार
उलंग असगुन-सा खड़ा रहा कचनार
अचानक उमगी डालों की सन्धि में
छरहरी टहनी
पोर-पोर में गसे थे टूसे
यह तुम थीं
झुका रहा डालें फैलाकर
कगार पर खड़ा कोढ़ी गूलर
ऊपर उठ आई भादों की तलैया
जुड़ा गया बौने की छाल का रेशा-रेशा
यह तुम थीं !
1957 में रचित