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जीवन की समस्याओं का उत्तर यही हो? | जीवन की समस्याओं का उत्तर यही हो? | ||
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11:42, 1 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
सलाह तो यह थी कि
दिन भर जो प्रश्न तुम्हें उलझाए रखें,
उन्हें डाल दो मन के अतल गह्वर में,
अगली सुबह सरल उत्तर मिल जाएंगे।
पर एक बार जब इसे मैंने आज़माना चाहा,
अक्खी रात इधर से उधर,
फिर उधर से इधर करवट काटते ही बीती...
फिर पूरा दिन हम घोड़े बेचकर सोए-
क्या पता–
जीवन की समस्याओं का उत्तर यही हो?