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फिर कबीर / मुनव्वर राना

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*[[आँखों में कोई ख़्वाब सुनहरा नहीं आता / मुनव्वर राना]]
*[[तू कभी देख तो रोते हुए आकर मुझको / मुनव्वर राना]]
*[[ अगर दौलत से ही सब क़द का अंदाज़ा लगाते हैं / मुनव्वर राना]]*[[कुछ मेरी वफादारी का इनाम दिया जाए / मुनव्वर राना]]*[[न मैं कंघी बनाता हूँ, न मैं चोटी बनाता हूँ/ मुनव्वर राना]]*[[मेरे कमरे में अँधेरा नहीं रहने देता / मुनव्वर राना]]*[[हाँ इजाज़त है अगर कोई कहानी और है / मुनव्वर राना]]*[[मेरी थकन के हवाले बदलती रहती है / मुनव्वर राना]]*[[नाकामियों के बाद भी हिम्मत वही रही / मुनव्वर राना]]*[[जगमगाते हुए शहरों को तबाही देगा/ मुनव्वर राना]]