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"ईर्ष्या / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर

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सचमुच विश्वजीत
 
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मुझे तुम्हारा यह ऎश ट्रे बहुत पसन्द है
 
मुझे तुम्हारा यह ऎश ट्रे बहुत पसन्द है
 
 
बिल्कुल पापी के फूल की तरह
 
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खिल रहा है तुम्हारे टेबुल पर  
 
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सचमुच
 
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कल न्यूट्रन बम गिरेगा
 
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हम तुम सब मर जाएँगे
 
हम तुम सब मर जाएँगे
 
 
सब कुछ नष्ट हो जाएगा
 
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फिर भी इस टेबुल पर इसी तरह चमकता रहेगा
 
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शान से यह ऎश ट्रे
 
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आज मुझे
 
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इस ऎश ट्रे से ईर्ष्या हो रही है
 
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मुझे ईर्ष्या हो रही है ।
 
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13:07, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

सचमुच विश्वजीत
मुझे तुम्हारा यह ऎश ट्रे बहुत पसन्द है
बिल्कुल पापी के फूल की तरह
खिल रहा है तुम्हारे टेबुल पर
सचमुच

कल न्यूट्रन बम गिरेगा
हम तुम सब मर जाएँगे
सब कुछ नष्ट हो जाएगा
फिर भी इस टेबुल पर इसी तरह चमकता रहेगा
शान से यह ऎश ट्रे

आज मुझे
इस ऎश ट्रे से ईर्ष्या हो रही है
मुझे ईर्ष्या हो रही है ।