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"इच्छा / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर

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पूरा चन्द्रमा उगा हो ताड़ के फल सा
 
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गंगा भरी हों धरती के बराबर
 
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खेत धान से धधाए
 
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और हवा में तीज त्यौहार की गमक
 
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इतना भरा हो संसार
 
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कि जब मैं उठूँ तो चींटी भर जगह भी
 
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खाली न हो ।
 
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13:33, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

मैं जब उठूँ तो भादों हो
पूरा चन्द्रमा उगा हो ताड़ के फल सा
गंगा भरी हों धरती के बराबर
खेत धान से धधाए
और हवा में तीज त्यौहार की गमक

इतना भरा हो संसार
कि जब मैं उठूँ तो चींटी भर जगह भी
खाली न हो ।