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"कुछ लोग / जया जादवानी" के अवतरणों में अंतर

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बहुत सट कर बैठो फिर भी
 
बहुत सट कर बैठो फिर भी
उठकर चले ही जते हैं कुछ लोग
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उठकर चले ही जाते हैं कुछ लोग
 
मंज़िल आने से पहले
 
मंज़िल आने से पहले
 
यूँ अभी भी कसके पकड़ा हुआ है हाथ
 
यूँ अभी भी कसके पकड़ा हुआ है हाथ

02:06, 6 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

बहुत सट कर बैठो फिर भी
उठकर चले ही जाते हैं कुछ लोग
मंज़िल आने से पहले
यूँ अभी भी कसके पकड़ा हुआ है हाथ
यूँ अभी भी जगहें
दिखती हैं भरी हुईं।