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22:24, 6 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
सब्ज़ी वाले बशीरे ने
काली पड़ती गोभी,
फिर से जड़ निकालते प्याज़,
और दद्दा-की-चमड़ी-से आलू
एक टोकरे में डाले
फटी हुई चददर से ढँके
जाने-पहचाने मजूर को बुलाया
और
सारा-सामान
परमानंद पकौड़े वाले को
रसीद कर दिया
फिरः
ढेर-से निस्तेज़ करेलों को इकट्ठा कर
औने-पौने दामों वाली
आख़िरी हाँक लगा दी