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"एक और दिन (कविता) / अवतार एनगिल" के अवतरणों में अंतर

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तकिये पर
 
तकिये पर

22:27, 6 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

तकिये पर
रखते हे सर
नींद में लिया धर
फिर भी सोचाः
एक और दिन
दिया हरा।