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"सपने / अवतार एनगिल" के अवतरणों में अंतर

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मुझसे अलग हुए जब सपने।
 
मुझसे अलग हुए जब सपने।

23:16, 6 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

मुझसे अलग हुए जब सपने।
बेगाने हो गये सब सपने।

तुमको देखा तो यह जाना,
कि कैसे होते हैं सपने।

रुकना, दोनो साथ चलेंगे,
आख़िर हो तो मेरे सपने।

सपने से सपना यूँ बोला,
सच तो यह है हम हैं सपने।

जब मैं उनके पीछे भागा,
आगे-आगे भागे सपने।

मैं तो नंगे पाँव खड़ा था,
पँख लगाकर उड़ गये सपने।