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"वह नहीं कहती / अशोक वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर
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वह नहीं कहती उसके पास देह । | वह नहीं कहती उसके पास देह । | ||
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18:15, 8 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
उसने कहा
उसके पास एक छोटा सा हृदय है
जैसे धूप कहे
उसके पास थोड़ी सी रौशनी है
आग कहे
उसके पास थोड़ी सी गरमाहट---
धूप नहीं कहती उसके पास अंतरिक्ष है
आग नहीं कहती उसके पास लपटें
वह नहीं कहती उसके पास देह ।