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"जीवन के अंत में / असद ज़ैदी" के अवतरणों में अंतर
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|रचनाकार=असद ज़ैदी | |रचनाकार=असद ज़ैदी | ||
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अरे हमें ख़ुद कभी पता नहीं चला पाया कि हम | अरे हमें ख़ुद कभी पता नहीं चला पाया कि हम | ||
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19:04, 8 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
जीवन के अन्त में अचानक दिखाई देंगी
हमें अपनी कुछ कारगुज़ारियाँ
अरे हमें ख़ुद कभी पता नहीं चला पाया कि हम
एक बेहतर दुनिया के लिए जिए थे