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"सम्बन्ध / आभा बोधिसत्त्व" के अवतरणों में अंतर
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चलो हम दीया बन जाते हैं | चलो हम दीया बन जाते हैं | ||
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और तुम बाती ... | और तुम बाती ... | ||
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हमें सात फेरों या कि कुबूल है से | हमें सात फेरों या कि कुबूल है से | ||
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क्या लेना-देना | क्या लेना-देना | ||
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हमें तो बनाए रखना है | हमें तो बनाए रखना है | ||
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अपने दिया-बाती के | अपने दिया-बाती के | ||
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सम्बन्ध को......... मसलन रोशनी | सम्बन्ध को......... मसलन रोशनी | ||
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हम थोड़ा-थोड़ा जलेंगे | हम थोड़ा-थोड़ा जलेंगे | ||
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हम खो जाएँगे हवा में | हम खो जाएँगे हवा में | ||
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मिट जाएगी फिर रोशनी भी हमारी | मिट जाएगी फिर रोशनी भी हमारी | ||
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पर हम थोड़ी चमक देकर ही जाएँगे | पर हम थोड़ी चमक देकर ही जाएँगे | ||
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न ज़्यादा सही कोई भूला भटका | न ज़्यादा सही कोई भूला भटका | ||
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खोज पाएगा कम से कम एक नेम-प्लेट | खोज पाएगा कम से कम एक नेम-प्लेट | ||
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या कोई पढ़ पाएगा ख़त हमारी चमक में । | या कोई पढ़ पाएगा ख़त हमारी चमक में । | ||
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तो क्या हम दीया बन जाए | तो क्या हम दीया बन जाए | ||
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तुम मंजूर करते हो बाती बनना। | तुम मंजूर करते हो बाती बनना। | ||
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मंजूर करते हो मेरे साथ चलना कुछ देर के लिए | मंजूर करते हो मेरे साथ चलना कुछ देर के लिए | ||
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मेरे साथ जगर-मगर की यात्रा में चलना....कुछ पल। | मेरे साथ जगर-मगर की यात्रा में चलना....कुछ पल। | ||
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23:29, 9 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
चलो हम दीया बन जाते हैं
और तुम बाती ...
हमें सात फेरों या कि कुबूल है से
क्या लेना-देना
हमें तो बनाए रखना है
अपने दिया-बाती के
सम्बन्ध को......... मसलन रोशनी
हम थोड़ा-थोड़ा जलेंगे
हम खो जाएँगे हवा में
मिट जाएगी फिर रोशनी भी हमारी
पर हम थोड़ी चमक देकर ही जाएँगे
न ज़्यादा सही कोई भूला भटका
खोज पाएगा कम से कम एक नेम-प्लेट
या कोई पढ़ पाएगा ख़त हमारी चमक में ।
तो क्या हम दीया बन जाए
तुम मंजूर करते हो बाती बनना।
मंजूर करते हो मेरे साथ चलना कुछ देर के लिए
मेरे साथ जगर-मगर की यात्रा में चलना....कुछ पल।