भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|संग्रह= रात में हारमोनिययम / उदय प्रकाश
}}
{{KKCatKavita}}<poem>
पंजाब से फिर आई है ख़बर
कौन है आख़िर जो सुनना चाहता है
पंजाब की ख़बर
कौन है वह
जो हर रोज़ सुनाना चाहता है
पंजाब की ख़बर
रोको उसे,
जो हर सुबह जब बच्चे दूध पीते हैं
जब हम रात के स्वप्नों में फिर एक बार
लौटना चाहते हैं
तो हर रोज़ किसी काने खलनायक की तरह
पंजाब की बात चलाता है
क्या हमें भूलने नहीं दिया जाएगा
कभी पंजाब
कब होगा वह दिन
जब हम होंगे बिना पंजाब के
बच्चों को गुदगुदी मचाकर हँसाते
</poem>