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"जीवन साथी से / परवीन शाकिर" के अवतरणों में अंतर

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20:42, 12 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

धूप में बारिश होते देख के
हैरत करने वाले
शायद तूने मेरी हँसी को
छूकर
कभी नहीं देखा