भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हमारे घर आओ आजु प्रीतम प्यारे / भारतेंदु हरिश्चंद्र" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भारतेंदु हरिश्चंद्र }} <poem> हमारे घर आओ आजु प्रीतम…)
 
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
 
<poem>
 
<poem>
 
हमारे घर आओ आजु प्रीतम प्यारे।
 
हमारे घर आओ आजु प्रीतम प्यारे।
फूलन ही की स्ज बिछाई, फूलन के चौबारे।
+
फूलन ही की सेज बिछाई, फूलन के चौबारे।
 
कोमल चरनन हित फूलन के रचि पाँवड़े सँवारे।
 
कोमल चरनन हित फूलन के रचि पाँवड़े सँवारे।
 
’हरीचंद’ मेरो मन फूल्यौ, आओ भँवर मतवारे॥
 
’हरीचंद’ मेरो मन फूल्यौ, आओ भँवर मतवारे॥
 
</poem>
 
</poem>

08:53, 14 नवम्बर 2009 का अवतरण

हमारे घर आओ आजु प्रीतम प्यारे।
फूलन ही की सेज बिछाई, फूलन के चौबारे।
कोमल चरनन हित फूलन के रचि पाँवड़े सँवारे।
’हरीचंद’ मेरो मन फूल्यौ, आओ भँवर मतवारे॥