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"परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना / अमीर खुसरो" के अवतरणों में अंतर

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14:46, 16 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना।
बिर का दुख बहुत कठिन है प्रीतम अब आजावना।
इस पार जमुना उस पार गंगा बीच चंदन का पेड़ ना।
इस पेड़ ऊपर कागा बोले कागा का बचन सुहावना।