भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कथा रस / परवीन शाकिर" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=परवीन शाकिर |संग्रह=खुली आँखों में सपना / परवीन …)
 
(कोई अंतर नहीं)

21:19, 16 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

मेरे शानों पे सर रख के
आज
किसी की याद में वो जी भर के रोया