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"यातना-1 / लाल्टू" के अवतरणों में अंतर

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08:09, 26 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

लिखूँ तो क्या लिखूँ।
लंबे समय से सब कुछ ही गोलमाल लगता रहा है।
जो ठीक लगता है, वह ठीक है क्या?
जो गलत वह गलत?

शायद ऐसे ही समय में
ईश्वर जन्म लेता है।