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"आओ करें आनन्द केलि / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर
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आओ करें आनन्द-केलि | आओ करें आनन्द-केलि | ||
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मेरे जीवन की सहेली | मेरे जीवन की सहेली | ||
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विकल-विहग तेरे उरोज | विकल-विहग तेरे उरोज | ||
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कम्पित-आकुल दोनों सरोज | कम्पित-आकुल दोनों सरोज | ||
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हहराता चेतन - सागर | हहराता चेतन - सागर | ||
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तॄष्णा में डूबा है स्वर | तॄष्णा में डूबा है स्वर | ||
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व्यग्र-विह्वल चंचल-चेहरा | व्यग्र-विह्वल चंचल-चेहरा | ||
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दॄग छाया मादक घेरा | दॄग छाया मादक घेरा | ||
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व्याकुल अधर तपता शरीर | व्याकुल अधर तपता शरीर | ||
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प्रणय पागल मन है अधीर | प्रणय पागल मन है अधीर | ||
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लगे मुझे तू अलबेली | लगे मुझे तू अलबेली | ||
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मेरे जीवन की सहेली | मेरे जीवन की सहेली | ||
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मंद- मॄदु उल्लास तेरा | मंद- मॄदु उल्लास तेरा | ||
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लालसी परिहास मेरा | लालसी परिहास मेरा | ||
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गरल अनल रक्तिम कपोल | गरल अनल रक्तिम कपोल | ||
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राग मर्दन रति हिल्लोल | राग मर्दन रति हिल्लोल | ||
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सातवें सोपान पर हम | सातवें सोपान पर हम | ||
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काम के उत्तान पर हम | काम के उत्तान पर हम | ||
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झर झराझर झरा पंचम | झर झराझर झरा पंचम | ||
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तॄष्णा -तॄप्ति का संगम | तॄष्णा -तॄप्ति का संगम | ||
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थी अनोखी अनुराग खेलि | थी अनोखी अनुराग खेलि | ||
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मेरे जीवन की सहेली | मेरे जीवन की सहेली | ||
− | + | '''2002 में रचित | |
− | 2002 में रचित | + | </poem> |
20:49, 26 नवम्बर 2009 का अवतरण
आओ करें आनन्द-केलि
मेरे जीवन की सहेली
विकल-विहग तेरे उरोज
कम्पित-आकुल दोनों सरोज
हहराता चेतन - सागर
तॄष्णा में डूबा है स्वर
व्यग्र-विह्वल चंचल-चेहरा
दॄग छाया मादक घेरा
व्याकुल अधर तपता शरीर
प्रणय पागल मन है अधीर
लगे मुझे तू अलबेली
मेरे जीवन की सहेली
मंद- मॄदु उल्लास तेरा
लालसी परिहास मेरा
गरल अनल रक्तिम कपोल
राग मर्दन रति हिल्लोल
सातवें सोपान पर हम
काम के उत्तान पर हम
झर झराझर झरा पंचम
तॄष्णा -तॄप्ति का संगम
थी अनोखी अनुराग खेलि
मेरे जीवन की सहेली
2002 में रचित