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"भू भू हा हा / लाल्टू" के अवतरणों में अंतर

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07:47, 27 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

दिन ऐसे आ रहे हैं
सूरज से शिकवा करते भी डर लगता है

किसी को कत्ल होने से बचाने जो चले थे
सिर झुकाये खड़े हैं
दिन ऐसे आ रहे हैं

कोयल की आवाज़ सुन टीस उठती
फिर कोई गीत बेसुरा हो चला
दिन ऐसे आ रहे हैं

भू भू हा हा ।