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"रेत पर नाम लिखता हूँ / प्रदीप कान्त" के अवतरणों में अंतर

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अपना अन्जाम लिखता हूँ  
 
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कद से बड़े हुए साये   
 
जीवन की शाम लिखता हूँ  
 
जीवन की शाम लिखता हूँ  
 
   
 
   

02:53, 29 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

रेत पर नाम लिखता हूँ
अपना अन्जाम लिखता हूँ
 
कद से बड़े हुए साये
जीवन की शाम लिखता हूँ
 
सिमटने लगी दूरियाँ जब
फासले तमाम् लिखता हूँ
 
हैसियत है तो आइए
मैं अपना दाम लिखता हूँ