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"संघर्षों की राह में / रमा द्विवेदी" के अवतरणों में अंतर

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08:54, 5 दिसम्बर 2009 का अवतरण


जब अपने दम-खम से,
कोई नारी बन जाती है महान।
तब करता है गौरव उस पर,
यह सारा का सारा जहान॥

हमें समाज की इस धारणा को,
प्रयास करके बदलना होगा।
बेटियों के आगे बढ़ने में,
हमें उनका संबल बनना होगा॥

ताकि उनकी राह भी,
कुछ आसान हो जाए।
संघर्षों की राह में वो,
खुद को अकेला न पाए॥