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"यूँ तेरी रहगुज़र से दीवानावार गुज़रे / मीना कुमारी" के अवतरणों में अंतर
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− | काँधे पे अपने रख के अपना | + | काँधे पे अपने रख के अपना मज़ार गुज़रे |
− | बैठे हैं रास्ते में दिल का | + | बैठे हैं रास्ते में दिल का खंडहर सजा कर |
शायद इसी तरफ़ से एक दिन बहार गुज़रे | शायद इसी तरफ़ से एक दिन बहार गुज़रे | ||
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तू ने भी हम को देखा हमने भी तुझको देखा | तू ने भी हम को देखा हमने भी तुझको देखा | ||
− | तू दिल ही हार गुज़रा हम जान हार | + | तू दिल ही हार गुज़रा हम जान हार गुज़रे। |
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21:27, 16 दिसम्बर 2009 का अवतरण
यूँ तेरी रहगुज़र से दीवानावार गुज़रे
काँधे पे अपने रख के अपना मज़ार गुज़रे
बैठे हैं रास्ते में दिल का खंडहर सजा कर
शायद इसी तरफ़ से एक दिन बहार गुज़रे
बहती हुई ये नदिया घुलते हुए किनारे
कोई तो पार उतरे कोई तो पार गुज़रे
तू ने भी हम को देखा हमने भी तुझको देखा
तू दिल ही हार गुज़रा हम जान हार गुज़रे।