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"पूरब और पश्चिम / है प्रीत जहाँ की रीत सदा" के अवतरणों में अंतर

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(ye adbhut geet "purab aur paschim" film se hai. ise gaaya tha swargiye sri "mahendra kapoor" ne aur filmaya gaya tha mahaan kalakar "manoj kumar" par)
 
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[[hai preet jahan ki reet sada]]
 
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jab zero diya mere bharat ne
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जब जीरो दिया मेरे भारत ने <br />
bharat ne mere bharat ne
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भारत ने मेरे भारत ने <br />
duniya ko tab ginti aayee
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दुनिया को तब गिनती आयी <br />
taron ki bhasha bharat ne
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तारों की भाषा भारत ने दुनिया को पहले सिखलाई <br />
duniya ko pehle sikhlayee
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देता न दशमलव भारत तो यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था <br />
deta na dasamlav bharat to
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धरती और चाँद की दूरी का अंदाजा लगाना मुश्किल था <br /><br />
yun chand pe jaana mushkil tha
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dharati aur chand ki doori ka
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andaaza lagaana mushkil tha
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sabhyata jahaan pehle aayee
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sabhyata jahaan pejle aayee
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pehle janmi hai jahan pe kala
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apna bharat wo bharat hai
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jiske peechhe sansar chala
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sansar chala aur aage badha
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yun aage badha badhta hi gaya
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bhagwaan kare ye aur badhe
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badhta hi rahe aur phoole phale
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badhta hi rahe aur phoole phale
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hai preet jahan ki reet sada
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सभ्यता जहां पहले -२ <br />
hai preet jahan ki reet sada
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पहले जन्मी है जहाँ पे कला <br />
hai preet jahan ki reet sada main geet wahan ke gaata hoon
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अपना भारत वो भारत है, जिसके पिच्छे संसार चला <br />
bharat ka rahne wala hoon bharat ki baat sunata hoon
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संसार चला और आगे बढ़ा, यूँ आगे बढ़ा बढ़ता ही गया <br />
hai preet jahan ki reet sada
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भगवन करे ये और बढे, बढ़ता ही रहे ओर फुले फले <br />
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हो हो हो <br /> <br />
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है प्रीत जहाँ की रीत सदा -३ <br />
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मै गीत वहाँ के गाता हूँ, भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ <br />
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है प्रीत जहाँ की रीत सदा <br /> <br />
  
kaale gore ka bhed nahi har dil se hamara naata hai
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काले गोरे का भेद नहीं, हर दिल से हमारा नाता है..... <br />
kuchh aur na aata ho humko hamen pyaar nibhana aata hai
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कुछ ओर ना आता हो हमको, हमे प्यार निभाना आता है <br />
jise maan chuki saari duniya ho jise maan chuki saari duniya  main baat
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जिसे मान चुकी सारी दुनिया, हो जिसे मान चुकी सारी दुनिया <br />
main baat wahi doharata hoon
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मै बात, मै बात वही दोहराता हूँ <br />
bharat ka rahne wala hoon bharat ki baat sunata hoon
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भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ <br />
hai preet jahan ki reet sada
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है प्रीत की रीत सदा <br /> <br />
  
jeetey ho kisi ne desh to kya humne to dilon ko jeeta hai
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जीते हों किसी ने देश तो क्या, हमने तो दिलों को जीता है <br />
jahan ram abhi tak hai nar mein nari mein abhi tak sita hai
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जहां राम अभी तक है नर में, नारी में अभी तक सीता है <br />
itne pawan hai log yahan ho itne pawan hai log yahan main nit nit
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इतने पवन हैं लोग जहां, हो इतने पवन हैं लोग जहां  <br />
main nit nit sheesh jhukata hoon
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मै नित नित, मै नित नित शीश झुकता हूँ  <br />
bharat ka rahne wala hoon bharat ki baat sunata hoon
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भारत का रहने वाला हूँ  भरा की बात सुनाता हूँ  <br /><br />
hai preet jahan ki reet sada
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itni mamta nadiyon ko bhi jahan mata keh ke bulate hain
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इतनी ममता नदियों को भी जहा माता कहके बुलाते हैं <br />
itna aadar insan to kya patthar bhi poojey jaate hain
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इतना आदर, इंसान तो क्या पत्थर भी पूजे जाते हैं <br />
us dharati pe main ne janam liya ho us dharati pe main ne janam liya ye soch
+
उस धरती में मैंने जन्म लिया हो उस धरती पे मैंने जन्म लिया <br />
ye soch ke main itaraata hoon
+
ये सोच, ये सोच के मै इतराता हूँ  <br />
bharat ka rahne wala hoon bharat ki baat sunata hoon
+
भारत का रहने वाला हो भारत की बात सुनाता हूँ <br />
hai preet jahan ki reet sada
+
है प्रीत जहा की रीत सदा <br />

01:21, 19 दिसम्बर 2009 का अवतरण

hai preet jahan ki reet sada

जब जीरो दिया मेरे भारत ने
भारत ने मेरे भारत ने
दुनिया को तब गिनती आयी
तारों की भाषा भारत ने दुनिया को पहले सिखलाई
देता न दशमलव भारत तो यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था
धरती और चाँद की दूरी का अंदाजा लगाना मुश्किल था

सभ्यता जहां पहले -२
पहले जन्मी है जहाँ पे कला
अपना भारत वो भारत है, जिसके पिच्छे संसार चला
संसार चला और आगे बढ़ा, यूँ आगे बढ़ा बढ़ता ही गया
भगवन करे ये और बढे, बढ़ता ही रहे ओर फुले फले
हो हो हो

है प्रीत जहाँ की रीत सदा -३
मै गीत वहाँ के गाता हूँ, भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा

काले गोरे का भेद नहीं, हर दिल से हमारा नाता है.....
कुछ ओर ना आता हो हमको, हमे प्यार निभाना आता है
जिसे मान चुकी सारी दुनिया, हो जिसे मान चुकी सारी दुनिया
मै बात, मै बात वही दोहराता हूँ
भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत की रीत सदा

जीते हों किसी ने देश तो क्या, हमने तो दिलों को जीता है
जहां राम अभी तक है नर में, नारी में अभी तक सीता है
इतने पवन हैं लोग जहां, हो इतने पवन हैं लोग जहां
मै नित नित, मै नित नित शीश झुकता हूँ
भारत का रहने वाला हूँ भरा की बात सुनाता हूँ

इतनी ममता नदियों को भी जहा माता कहके बुलाते हैं
इतना आदर, इंसान तो क्या पत्थर भी पूजे जाते हैं
उस धरती में मैंने जन्म लिया हो उस धरती पे मैंने जन्म लिया
ये सोच, ये सोच के मै इतराता हूँ
भारत का रहने वाला हो भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहा की रीत सदा