भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"स्त्री / शलभ श्रीराम सिंह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: <font size=1 color=black>प्रथम फ्लैप {हस्त लिखित}</font><br> ०<br> || स्त्री ||<br> ० <br> एक हँसी क…)
(कोई अंतर नहीं)

17:36, 23 दिसम्बर 2009 का अवतरण

प्रथम फ्लैप {हस्त लिखित}

|| स्त्री ||

एक हँसी का नाम है स्त्री
स्त्री एक रुलाई का नाम है
एक खामोशी का नाम है स्त्री.


स्त्री एक खबर का नाम है
एक नज़र का नाम है स्त्री
स्त्री एक लहर का नाम है.


एक चेतना का नाम है स्त्री
स्त्री एक घटना का नाम है
एक रचना का नाम है स्त्री.


स्त्री के भीतर
मुझे कभी कोई स्त्री नहीं दिखी
एक भी पंक्ति नहीं लिखी मैंने
स्त्री के ऊपर.


--- शलभ श्रीराम सिंह
१९९३