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फ़िराक़ गोरखपुरी

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* [[ऐ जज्बा-ए-निहां और कोई है कि वही है / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[ग़ैर क्या जानिये क्यों मुझको बुरा कहते हैं / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[जब नज़र आप की हो गई है / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[कभी पाबंदियों से छूट के भी दम घुटने लगता है / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
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