भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अभी-अभी / राहुल झा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राहुल झा |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <Poem> अभी-अभी ल्सहरों को छ…) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
<Poem> | <Poem> | ||
अभी-अभी | अभी-अभी | ||
− | + | लहरों को छोड़कर | |
गुज़र गई है शोख हवा | गुज़र गई है शोख हवा | ||
लहरें देर तक बजती रहेंगी...! | लहरें देर तक बजती रहेंगी...! | ||
</poem> | </poem> |
13:56, 26 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण
अभी-अभी
लहरों को छोड़कर
गुज़र गई है शोख हवा
लहरें देर तक बजती रहेंगी...!