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"अभी-अभी हटी है / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर
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मुसीबत के काले बादलों की छाया | मुसीबत के काले बादलों की छाया | ||
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अभी-अभी आ गयी-- | अभी-अभी आ गयी-- | ||
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रिझाने, दमित इच्छाओं की रंगीन माया | रिझाने, दमित इच्छाओं की रंगीन माया | ||
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लगता है कि अभी-अभी | लगता है कि अभी-अभी | ||
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ज़रा-सी गफ़लत में होगा चौपट किया-कराया | ज़रा-सी गफ़लत में होगा चौपट किया-कराया | ||
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ठिकाने तलाश रही है चाटुकारों की भीड़ | ठिकाने तलाश रही है चाटुकारों की भीड़ | ||
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शंख फूँकने लगे नये-नये कुवलयापीड़ | शंख फूँकने लगे नये-नये कुवलयापीड़ | ||
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फिर से पहचान लो, वाद्यवृन्दों में पुरानी गमक और मीड़ | फिर से पहचान लो, वाद्यवृन्दों में पुरानी गमक और मीड़ | ||
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दिखाई दे गये हैं गीध के शावकों को अपने नीड़ | दिखाई दे गये हैं गीध के शावकों को अपने नीड़ | ||
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18:08, 26 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण
अभी-अभी हटी है
मुसीबत के काले बादलों की छाया
अभी-अभी आ गयी--
रिझाने, दमित इच्छाओं की रंगीन माया
लगता है कि अभी-अभी
ज़रा-सी गफ़लत में होगा चौपट किया-कराया
ठिकाने तलाश रही है चाटुकारों की भीड़
शंख फूँकने लगे नये-नये कुवलयापीड़
फिर से पहचान लो, वाद्यवृन्दों में पुरानी गमक और मीड़
दिखाई दे गये हैं गीध के शावकों को अपने नीड़
(1977 में रचित)