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"जब तक बची दीप में बाती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’" के अवतरणों में अंतर
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जब तक बची दीप में बाती | जब तक बची दीप में बाती | ||
− | जब तक बाकी तेल | + | जब तक बाकी तेल है। |
तब तक जलते ही जाना है | तब तक जलते ही जाना है | ||
साँसों का यह खेल है॥ | साँसों का यह खेल है॥ | ||
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हमने तो जीवन में सीखा | हमने तो जीवन में सीखा | ||
सदा अँधेरों से लड़ना । | सदा अँधेरों से लड़ना । | ||
लड़ते-लड़ते गिरते–पड़ते | लड़ते-लड़ते गिरते–पड़ते | ||
− | पथ में आगे ही | + | पथ में आगे ही बढ़ना।। |
अनगिन उपहारों से बढ़कर | अनगिन उपहारों से बढ़कर | ||
− | बहुत बड़ा उपहार | + | बहुत बड़ा उपहार मिला। |
सोना चाँदी नहीं मिला पर | सोना चाँदी नहीं मिला पर | ||
− | हमको सबका प्यार | + | हमको सबका प्यार मिला॥ |
यही प्यार की दौलत अपने | यही प्यार की दौलत अपने | ||
− | सुख-दुख में भी साथ | + | सुख-दुख में भी साथ रही। |
हमने भी भरपूर लुटाई | हमने भी भरपूर लुटाई | ||
− | जितनी अपने हाथ | + | जितनी अपने हाथ रही॥ |
ज़हर पिलाने वाले हमको | ज़हर पिलाने वाले हमको | ||
− | ज़हर पिलाकर चले | + | ज़हर पिलाकर चले गए। |
उनकी आँखो में खुशियाँ थीं | उनकी आँखो में खुशियाँ थीं | ||
− | जिनसे हम थे छले | + | जिनसे हम थे छले गए॥ |
हमने फिर भी अमृत बाँटा | हमने फिर भी अमृत बाँटा | ||
− | हमसे जितना हो | + | हमसे जितना हो पाया। |
यही हमारी पूँजी जग में। | यही हमारी पूँजी जग में। | ||
यही हमारा सरमाया | यही हमारा सरमाया | ||
− | अनगिन पथिक कारवाँ के , | + | अनगिन पथिक कारवाँ के, |
देखो कैसे खिसक गए हैं | देखो कैसे खिसक गए हैं | ||
− | रहबर हमें यहाँ | + | रहबर हमें यहाँ लाके। |
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00:07, 27 दिसम्बर 2009 का अवतरण
जब तक बची दीप में बाती
जब तक बाकी तेल है।
तब तक जलते ही जाना है
साँसों का यह खेल है॥
हमने तो जीवन में सीखा
सदा अँधेरों से लड़ना ।
लड़ते-लड़ते गिरते–पड़ते
पथ में आगे ही बढ़ना।।
अनगिन उपहारों से बढ़कर
बहुत बड़ा उपहार मिला।
सोना चाँदी नहीं मिला पर
हमको सबका प्यार मिला॥
यही प्यार की दौलत अपने
सुख-दुख में भी साथ रही।
हमने भी भरपूर लुटाई
जितनी अपने हाथ रही॥
ज़हर पिलाने वाले हमको
ज़हर पिलाकर चले गए।
उनकी आँखो में खुशियाँ थीं
जिनसे हम थे छले गए॥
हमने फिर भी अमृत बाँटा
हमसे जितना हो पाया।
यही हमारी पूँजी जग में।
यही हमारा सरमाया
अनगिन पथिक कारवाँ के,
देखो कैसे खिसक गए हैं
रहबर हमें यहाँ लाके।