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"बदलो / टूटती शृंखलाएँ / महेन्द्र भटनागर" के अवतरणों में अंतर
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नूतन-पथ का आज सुनो | नूतन-पथ का आज सुनो | ||
नव आवाहन, | नव आवाहन, | ||
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उन्नति प्रगति निरन्तर, | उन्नति प्रगति निरन्तर, | ||
निर्भय सुदृढ़ अथक | निर्भय सुदृढ़ अथक | ||
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बदलो | बदलो | ||
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14:01, 29 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण
अपने पथ को बदलो,
बदलो!
चिर-प्राचीन विषम
मग के प्रेमी
विश्वासी
रूढि-ग्रस्त,
बदलो
अपने पथ को बदलो!
अभ्यस्त चरण
बढ़ जाते हैं राह बनी पर
भेड़ सरीखे,
नूतन-पथ का आज सुनो
नव आवाहन,
जीवन का स्वर!
उन्नति प्रगति निरन्तर,
निर्भय सुदृढ़ अथक
अपराजित!
बदलो
अपने पथ को बदलो!