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"त्रासदी / जूझते हुए / महेन्द्र भटनागर" के अवतरणों में अंतर

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भूख से<br>
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शोक से<br>
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शोक से
लोक से<br>
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लोक से
::तर गया !<br>
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15:30, 1 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

ग़रीब था
अछूत था
डर गया!

भूख से
मार से
मर गया!

शोक से
लोक से
तर गया!