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"मैं तो चरण कमल पर वारी! / पन्ना दाई" के अवतरणों में अंतर

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मैं तो चरण-कमल पर वारि!
 
मैं तो चरण-कमल पर वारि!
 
 
बलिहारी जाऊँ अपने पिया के, तन मन धन से वारि।
 
बलिहारी जाऊँ अपने पिया के, तन मन धन से वारि।
 
  
 
कोई जाए गंगा जमुना, मैं या चरनन आऊँ।
 
कोई जाए गंगा जमुना, मैं या चरनन आऊँ।
 
 
साँझ-सवेरे चरण-धूलि का माथे तिलक लगाऊँ।।
 
साँझ-सवेरे चरण-धूलि का माथे तिलक लगाऊँ।।
 
 
शोभा जिसकी न्यारी। मैं तो चरण-कमल पर वारि!...
 
शोभा जिसकी न्यारी। मैं तो चरण-कमल पर वारि!...
 
  
 
दोनों नैन बसे या चरनन, या चरनन बहु प्यारे।
 
दोनों नैन बसे या चरनन, या चरनन बहु प्यारे।
 
 
जो नारी पति चरनन पूजे, वो बैकुण्ठ सिधारे।।
 
जो नारी पति चरनन पूजे, वो बैकुण्ठ सिधारे।।
 
 
लाज रखे गिरधारी। मैं तो चरण-कमल पर वारि!...
 
लाज रखे गिरधारी। मैं तो चरण-कमल पर वारि!...
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12:55, 2 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

मैं तो चरण-कमल पर वारि!
बलिहारी जाऊँ अपने पिया के, तन मन धन से वारि।

कोई जाए गंगा जमुना, मैं या चरनन आऊँ।
साँझ-सवेरे चरण-धूलि का माथे तिलक लगाऊँ।।
शोभा जिसकी न्यारी। मैं तो चरण-कमल पर वारि!...

दोनों नैन बसे या चरनन, या चरनन बहु प्यारे।
जो नारी पति चरनन पूजे, वो बैकुण्ठ सिधारे।।
लाज रखे गिरधारी। मैं तो चरण-कमल पर वारि!...