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{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार = नरेश सक्सेना }}
<poem>
कुछ बच्चे बहुत अच्छे होते हैं
उन्हें ले आते हैं घर
अक्सर
तीस रुपये महीने और खाने पर.पर।</poem>