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"दुख की जड़ें / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर
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स्त्री के
दुख की जड़े
धँसी होती हैं
इतने गहरे
कि छिपाए रख सकती है
सबसे
उम्र-भर...।