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"तीन घटनाएँ / मंगलेश डबराल" के अवतरणों में अंतर
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22:25, 27 जनवरी 2010 का अवतरण
तीन घटनाएँ
१.
आप हमारा क्या बिगाड़ सकते हैं उन्होने पूछा
’कुछ नहीं’
उन्होने कहा : तब आपसे बात करने से क्या फायदा !
२.
झूठ बोलने के क्या क्या फायदे हैं उन्होने पूछा
’कुछ नहीं’
उन्होने कहा : तब झूठ बोलकर क्या फायदा !
३.
उन्होने इसे तोड़ दिया
उन्होने उसे तोड़ दिया
उन्होने सब कुछ तोड़ दिया
और कहा : अब सब टूट चुका है
’आगे क्या होगा ?’
उन्होने कहा : कुछ नया हो तो बताइए !
१९९२