भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"इन्दवा ते रसबिन्दवा दो सके भराह / पंजाबी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda monga (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: इन्दवा ते रसबिन्दवा, दो सके भराह, दिन्ने जांदे नोकरी, कर आंदे बपार,…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
09:32, 30 जनवरी 2010 का अवतरण
इन्दवा ते रसबिन्दवा, दो सके भराह, दिन्ने जांदे नोकरी, कर आंदे बपार, इन्दवा पुतर पठानी दा, में इक राजे दी धी, इन्दवे मारी पश्तो, में न समझी, इन्दवे चुकया चिमटा, मै समझ गई, चल तेरी मेरी, चल कोडी फेरी, कई दिलां दी लैया वे इन्दवे, कई लाई गावैया वे इन्दवे, चल इन्दवे उस देस नु, जिथे पकन अनार, तू तोड़ें में वेचसां, इक धेले दे चार, चल तेरी मेरी, चल कोडी फेरी, कई दिलां दी लैय्या वे इन्दवे, कई लाई गवाय्या वे इन्दवे, चल तेरी मेरी, चल कोडी फेरी.